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अच्छे CEO में होते हैं ये खास गुण








how to make ceo in hindi
Best CEO



किसी कंपनी के असरदार मुक्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) बनना चाहते हैं तो खास
गुणों को अपनाएं।



खुला दिमाग


समें
कोई शक नहीं है कि आप योग्य और सक्षम हैं, लेकिन यदि आप यह सोचते हैं कि आपके पास
हर सवाल का जवाब मौजूद है तो परेशानी खड़ी हो सकती है। आप अपनी टीम पर रौब दिखा
सकते हैं, बिना
किसी से पूछे निर्णय ले सकते हैं और पूरी ताकत अपनी मुटठी में रख सकते हैं, पर इससे टीम के लोग दूर होते चले
जाएंगे। रिजल्टस के लिए पूरी टीम पर निभर्र रहना है। इसलिए दिमाग खुला रखें।इ


सही कल्चर का निमार्ण


फल CEO बनने के लिए हर लेवल पर शानदार टीक्स
की जरुरत पड़ती है। आपको वर्कप्लेस पर ऐसा कल्चर विकसित करना चाहिए, जहां हर कोई अपनी बात ईमानदारी से कह
सके। ज्यादातर CEO को
हर बात में हां पसंद होती है। यह स्थिति कंपनी के लिए अच्छी नहीं होती। अच्छे CEO डिसीजन मेकींग में विविधता के महत्व
को जानते हैं। वे विरोध के बारे में विचार करते हैं और सही बात का सम्मान करते
हैं।


समस्या पर सही तरह से विचार





अगर
CEO
किसी निर्णय पर पहुंचने के लिए अपने पुराने अनुभवों का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल
करता है, तो
फेल हो सकता है। जरुरी नहीं है कि कल जो समस्या थी, उसका समाधान आज की समस्या पर भी लागू
हो। CEO को
समस्या पर सही तरह से विचार करना चाहिए और मौजूदा विकल्पों पर भी गौर करना चाहिए। CEO को स्थिति का पूरी तरह से आकलन करने
के बाद ही किसी फैकसले पर पहुंचना चाहिए।


अच्छी टीम बनाना


ज्यादातर
कंपनियां इसलिएफेल होती हैं, क्योंकिCEO खुद से बेहतर लोगों कोहायर नहीं कर पाते। बेस्ट CEOखुद से बेहतर टैलेंट को लेकरकभी नहीं
घबराता। इसके बजायवह कंपनी के बारे में सोचता हैऔर टैलेंट को अपने साथ जोड़ेरखता
है। CEO को
टैलेंट कोविकसित करना चाहिए।


बेहतरीन कक्यूनिकेशन


CEO के
पास विजन होता है, इसी की बदौलत वह भीड़ में अलग खड़ा हो पाता है। विजन का सही
एग्जीक्यूशन और कक्यूनिकेशन भी जरुरी है। CEO को अपने विजन को सबको समझाना चाहिए।
अच्छा CEO
टीम को प्रोत्साहित करता है और लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित करता है।


बोर्ड ऑफ डायरेब्टर्स का मैनेजमेंट


कई CEO अपने बोर्ड को मैनेज करने में फेल हो
जाते हैं। वे बोर्ड मेंबर्स के संकेतों को सही समय पर समझ नहीं पाते। कई बोर्ड
मेंबर्स CEO को
सपोर्ट नहीं करते, पर वे सीधे तौर पर CEO का विरोध भी नहीं करते। ऐसे बोर्ड मेंबर्स को
समय रहते समझना बहुत जरुरी है। आपको उनके विरोध का कारण पता करना चाहिए। अगर बोर्ड
मेंबर्स आपस में बात करके आपका विरोध करते रहेंगे तो कोई भी प्रोजेब्ट सफल नहीं हो
पाएगा। जब CEO
फेल होता है, तो
बोर्ड ऑफ डायरेब्टर्स ही सबसे पहले CEO को हटाने की सिफारिश करते हैं। आपको
अपने बोर्ड के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने की आदत विकसित करनी चाहिए, तभी आप लंबे समय तक टिके रह सकते हैं।


खुद के बारे में पूरी समझ


बहुत
कम ऐसे CEO
होते हैं, जो
खुद के बारे में पूरी समझ विकसित करते हैं। समझदार CEO को पता होता है कि लोग उसे किस तरह से
लेंगे। अगर यही पता नहीं है कि कोई काम क्यों करना है या किसी निर्णय का आधार क्या
है, तो
खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती है। अगर खुद की गलतियों के बारे में जानकारी नहीं है
तो सुधार नहीं कर सकते। आपको तय करना होगा कि किस तरह से निर्णय करेंगे।




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