Solid Research नींद करती है Mind को Clean
एक ताजा अध्ययन से पता चला है किएक अच्छी नींद ही हमारे मस्तिष्क के इन विषाक्त पदार्थों की सफाई कर देता हैऔर यह सफाई नींद लेते वक्त हमारामस्तिष्क स्वयं करता है। हमारे मस्तिष्क का अपशिष्ट निष्कासन प्रणाली सोते वक्तबेहद सक्रीय हो जाता है और अल्जाइमर एवं अन्य मस्तिष्क संबंधी विकारों तक को पैदाकर सकने वाले खतरनाक विषाक्त तत्वों कीसफाई करता रहता है। अमरीकी विज्ञान शोधपएत्रका “साइंस” में इससे संबंधित शोधप्रकाशित हुआ है।
कॉफी का योगिक बनाएगा slim
क्या आप जानते हैं कि काफी में पायाजाने वाला एक रासायनिकयोगिक मोटापा संबंधी बीमारियों से लड़ने औरवजन बढेने से रोकने में मदद कर सकता है।यह बात एक नए शोध में सामने आई है। इसअध्ययन के निष्कर्ष से पता चला है कि यहरसायन जिसे क्लोरोजेनिक अम्ल या सीजीएकहते हैं, एक उच्च वसा वाला आहार खिलाएगए चूहों के यकÎत में वसा के संचय को कमकरता है और इंसुलिन प्रतिरोध को काफी कमकरता है। कई अन्य शोधों में भी ऐसे नतीजेमिले हैं।
जीवनसाथी में ज्यादा गैप बच्चों पर भारी
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health tips in hindi[/caption]
अपने से 10 साल या इससे अधिकछोटे जीवनसाथी से शादी करने वालोंलोगों के बच्चों में “ऑटिज्म” का ज्यादाखतरा होता है। न्यूयार्क के माउंट सिनाई एस्थतइकान स्कूल ऑफ मेड़िसिन से संबद्ध महामारी विशेषज्ञ स्वेन सांड़िन ने बताया किहालांकि माता पिता की उम्र ऑटिज्म के लिएएक वजह है इसलिए यह याद रखना जरूरीहै पर उम्रदराज या कम उम्र के माता पिता सेजन्में बच्चे सामान्य रूप से विकसित होते हैं।इसे अब तक का सबसे बड़ा बहुराष्ट्रीय सवे¸माना जा रहा है।
हाथ की पकड़ से Health की परीक्षा
मेक मास्टर यूनिवर्सिटी के हैल्थ रिसर्चइंस्टीट्यूट और हेमिल्टन हैल्थ साइंसेस के शोध का निष्कर्ष है कि ब्लडप्रेशर के स्तरकी तरह मास्क्यूलर स्ट्रैंथ से भी व्यक्ति कीअसमर्थता और बीमारी का अनुमान लगायाजा सकता है। हाथों की पकड़ स्वस्थ या अस्वस्थ होने का संकेत देती है। शोध कानिष्कर्ष निकला कि पकड़ की ताकत प्रत्येक 5 किलो घटने पर छह में से एक व्यक्ति कीमोत की संभावना बढ़ जाती है। इस मुद्दे परऔर शोध हो रहे हैं क्योंकि व्यक्ति की पकड़उसके आकार व वजन पर निर्भर करती है।
एक ताजा अध्ययन से पता चला है किएक अच्छी नींद ही हमारे मस्तिष्क के इन विषाक्त पदार्थों की सफाई कर देता हैऔर यह सफाई नींद लेते वक्त हमारामस्तिष्क स्वयं करता है। हमारे मस्तिष्क का अपशिष्ट निष्कासन प्रणाली सोते वक्तबेहद सक्रीय हो जाता है और अल्जाइमर एवं अन्य मस्तिष्क संबंधी विकारों तक को पैदाकर सकने वाले खतरनाक विषाक्त तत्वों कीसफाई करता रहता है। अमरीकी विज्ञान शोधपएत्रका “साइंस” में इससे संबंधित शोधप्रकाशित हुआ है।
कॉफी का योगिक बनाएगा slim
क्या आप जानते हैं कि काफी में पायाजाने वाला एक रासायनिकयोगिक मोटापा संबंधी बीमारियों से लड़ने औरवजन बढेने से रोकने में मदद कर सकता है।यह बात एक नए शोध में सामने आई है। इसअध्ययन के निष्कर्ष से पता चला है कि यहरसायन जिसे क्लोरोजेनिक अम्ल या सीजीएकहते हैं, एक उच्च वसा वाला आहार खिलाएगए चूहों के यकÎत में वसा के संचय को कमकरता है और इंसुलिन प्रतिरोध को काफी कमकरता है। कई अन्य शोधों में भी ऐसे नतीजेमिले हैं।
जीवनसाथी में ज्यादा गैप बच्चों पर भारी
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अपने से 10 साल या इससे अधिकछोटे जीवनसाथी से शादी करने वालोंलोगों के बच्चों में “ऑटिज्म” का ज्यादाखतरा होता है। न्यूयार्क के माउंट सिनाई एस्थतइकान स्कूल ऑफ मेड़िसिन से संबद्ध महामारी विशेषज्ञ स्वेन सांड़िन ने बताया किहालांकि माता पिता की उम्र ऑटिज्म के लिएएक वजह है इसलिए यह याद रखना जरूरीहै पर उम्रदराज या कम उम्र के माता पिता सेजन्में बच्चे सामान्य रूप से विकसित होते हैं।इसे अब तक का सबसे बड़ा बहुराष्ट्रीय सवे¸माना जा रहा है।
हाथ की पकड़ से Health की परीक्षा
मेक मास्टर यूनिवर्सिटी के हैल्थ रिसर्चइंस्टीट्यूट और हेमिल्टन हैल्थ साइंसेस के शोध का निष्कर्ष है कि ब्लडप्रेशर के स्तरकी तरह मास्क्यूलर स्ट्रैंथ से भी व्यक्ति कीअसमर्थता और बीमारी का अनुमान लगायाजा सकता है। हाथों की पकड़ स्वस्थ या अस्वस्थ होने का संकेत देती है। शोध कानिष्कर्ष निकला कि पकड़ की ताकत प्रत्येक 5 किलो घटने पर छह में से एक व्यक्ति कीमोत की संभावना बढ़ जाती है। इस मुद्दे परऔर शोध हो रहे हैं क्योंकि व्यक्ति की पकड़उसके आकार व वजन पर निर्भर करती है।