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Health के बारे 4 रिसर्च जो आपको पता होने चाहिए

Solid Research नींद करती है Mind को Clean

एक ताजा अध्ययन से पता चला है किएक अच्छी नींद ही हमारे मस्तिष्क के इन विषाक्त पदार्थों की सफाई कर देता हैऔर यह सफाई नींद लेते वक्त हमारामस्तिष्क स्वयं करता है। हमारे मस्तिष्क का  अपशिष्ट निष्कासन प्रणाली सोते वक्तबेहद सक्रीय हो जाता है और अल्जाइमर एवं अन्य मस्तिष्क संबंधी विकारों तक को पैदाकर सकने वाले खतरनाक विषाक्त तत्वों कीसफाई करता रहता है। अमरीकी विज्ञान शोधपएत्रका “साइंस” में इससे संबंधित शोधप्रकाशित हुआ है।

कॉफी का योगिक बनाएगा slim

क्या आप जानते हैं कि काफी में पायाजाने वाला एक रासायनिकयोगिक मोटापा संबंधी बीमारियों से लड़ने औरवजन बढेने से रोकने में मदद कर सकता है।यह बात एक नए शोध में सामने आई है। इसअध्ययन के निष्कर्ष से पता चला है कि यहरसायन जिसे क्लोरोजेनिक अम्ल या सीजीएकहते हैं, एक उच्च वसा वाला आहार खिलाएगए चूहों के यकÎत में वसा के संचय को कमकरता है और इंसुलिन प्रतिरोध को काफी कमकरता है। कई अन्य शोधों में भी ऐसे नतीजेमिले हैं।

जीवनसाथी में ज्यादा गैप बच्चों पर भारी

[caption id="attachment_693" align="alignnone" width="625"]health tips in hindi health tips in hindi[/caption]

अपने से 10 साल या इससे अधिकछोटे जीवनसाथी से शादी करने वालोंलोगों के बच्चों में “ऑटिज्म” का ज्यादाखतरा होता है। न्यूयार्क के माउंट सिनाई एस्थतइकान स्कूल ऑफ मेड़िसिन से संबद्ध महामारी विशेषज्ञ स्वेन सांड़िन ने बताया किहालांकि माता पिता की उम्र ऑटिज्म के लिएएक वजह है इसलिए यह याद रखना जरूरीहै पर उम्रदराज या कम उम्र के माता पिता सेजन्में बच्चे सामान्य रूप से विकसित होते हैं।इसे अब तक का सबसे बड़ा बहुराष्ट्रीय सवे¸माना जा रहा है।

हाथ की पकड़ से Health की परीक्षा

मेक मास्टर यूनिवर्सिटी के हैल्थ रिसर्चइंस्टीट्यूट और हेमिल्टन हैल्थ साइंसेस के शोध का निष्कर्ष है कि ब्लडप्रेशर के स्तरकी तरह मास्क्यूलर स्ट्रैंथ से भी व्यक्ति कीअसमर्थता और बीमारी का अनुमान लगायाजा सकता है। हाथों की पकड़ स्वस्थ या अस्वस्थ होने का संकेत देती है। शोध कानिष्कर्ष निकला कि पकड़ की ताकत प्रत्येक 5 किलो घटने पर छह में से एक व्यक्ति कीमोत की संभावना बढ़ जाती है। इस मुद्दे परऔर शोध हो रहे हैं क्योंकि व्यक्ति की पकड़उसके आकार व वजन पर निर्भर करती है।

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अग्निशिखा ध्यान : ओशो ध्यान विधि

दोस्तों आज मैं आपके सामने ओशो (Osho) के द्वारा बताई गई सर्वप्रसिद विधि (Meditation) अग्निशिखा (Agnishikha) Share कर रहा हु आशा करता हु आपको पसंद आएगी. अच्छा हो कि शाम के समय अग्निशिखा ध्यान किया जाए। और यदि मौसम गर्म हो तो कपड़े उतारकर। इस ध्यान-विधि में पांच-पांच मिनट के तीन चरण हैं। पहला चरण कल्पना करें कि आपके हाथ में एक ऊर्जा का गोला है—गेंद है। थोड़ी देर में यह गोला कल्पना से यथार्थ सा हो जाएगा। वह आपके हाथ पर भारी हो जाएगा। दूसरा चरण ऊर्जा की इस गेंद के साथ खेलना शुरू करें। इसके वजन को, इसके द्रव्यमान को अनुभव करें। जैसे-जैसे यह ठोस होता जाए, इसे एक हाथ से दूसरे हाथ में फेंकना शुरू करें। ओशो की एक अन्य विधि पढने के लिए यहाँ पर क्लिक करें - सक्रिय ध्यान विधि : ओशो  Osho Active Meditation    यदि आप दक्षिणहस्तिक हैं तो दाएं हाथ से शुरू करें और बाएं हाथ से अंत; और यदि वामहस्तिक हैं तो यह प्रक्रिया उलटी होगी। गेंद को हवा में उछालें, अपने चारों ओर उछालें, अपने पैरों के बीच से उछालें-लेकिन ध्यान रखें कि गेंद जमीन पर न गिरे। अन्यथा खेल फिर से शुरू करना पड़ेगा। इस चरण के अंत में गें...

क्या आप Slow Internet Speed से परेशान है? तो ये उपाय अपनाए

Slow Internet Speed Brodband या High speed 3जी कनेब्शन Internet के लिए वरदान है। लेकिन कई बार इसकी speed इतनी कम हो जातीहै कि यह हमें पुराने डायल-अप कनेब्शन की याद दिला देता है। या आपके पास लिमिटेड एक्सेस कनेब्शन हो और आप आवंटित डेटा का उपयोग कर चुके हों, तोआपको लिमिटेड बैंडविडथ मिलती है औरफिर स्लो स्पीड का सिलसिला शुरु होजाता है। ऐसे में आप स्लो स्पीड के साथही काम करने को मजबूर रहते हैं। इसस्पीड में रेगुलर वेबपेज खुलते ही नहीं।इस स्थिति में आपको परेशान होने कीजरुरत नहीं है। ऐसे में आप gmail केलिए Basic Html व्यू और facebook तथा twitter कर सकते https://mail.google.com/mail/?u i=html&zy=h https://mbasic.facebook.com https://mobile.twitter.com स्लो कनेब्शन में अन्य वेबसाइटस इस तरह खोलेंइ सके लिए आप गूगल वेब ट्रांसकोंडर का नीचे दिया गया वेब पता ओपन कीजिए www.google.com/gwt/n यहां आप एंटर-ए-यूआरएल लिंक में उससाइट का पता भरिए, जिसे आप खोलनाचाहते हैं। यदि आप उसकी इमेज भी नहींदेखना चाहते हैं, तो हाइड इमेज पर टिककर दीजिए। इससे आपका पेज और तेजीसे खुलेगा। जैसे ही आप गो बटन प्रेसकरें...

3 प्रश्न जो अक्सर पुच्छे जाते है

Question 1. Blood pressure, sugar आदि की तरह क्या शरीर में होने वाले ददर् (जैसे दांत दर्द, पेट ददर्, प्रसव पीड़ा, एक्सीडेंट में होने वाले अंग भंग के कारण होने वाले ददर्) को मापा जा सकता है? Answer - दर्द एक प्रकार की अनुभूति है, जो अलग-अलग लोगों में अलग-अलग हो सकती है। आपने जो अन्य अनुभूतियां गिनोई हैं, उनके मापन के पैमाने विकसित नहीं हुए हैं। अलबत्ता, मस्तिष्क की दशा का अध्ययन करने वाले इन अनुभूतियों का अध्ययन जरुर करते हैं। ददर् का पैमानो स्वयं व्यक्ति होता है। उसकी अनुभूति या प्रतिक्रिया से अंदाजा लगाया जाता है कि ददर् कितनो तीखा है। बहरहाल, चिकित्सकों ने अपने पर्यवेक्षण के आधार पर हल्के ददर्, तीखे ददर्, बेतहाशा ददर् और असहनीय ददर् के अपने मानक तैयार किए हैं। इनमें पीडि़त व्यक्ति के चेहरे, हाव-भाव, हाथ-पैरों के संचालन और अन्य शारीरिक दशाओं से अनुमान लगाया जाता है। इंटरनेशनल असोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ पेन ने फेकसेज पेन स्केल रिवाइज्ड (एफपीएस- आर)नोम से एक पैमानो बनोया है, जिसमें 0 से 10 के बीच दशाओं को प्रकट किया जाता है। यहां 0 का अर्थ ददर् नहीं और 10 का अर्थ असहनीय ददर् है। ऐसे ही शिम...